: , , Paperback / softback
by Dawn James
Paperback / softback
Description
"हम इस दनिया म ह, लकिन इस दनिया क नही ह। लकिन, जब तक हम यहा ह, हम सवय की सबस बहतर और उचचतम आवति की अà¤à¤¿à¤µà¤¯à¤•à¤¤à¤¿ बनन का परयास कर जोकि हम हो सकत ह।"डान जमस
हम उचच आवति स à¤à¤°à¤¾ जीवन कस परापत कर और इस कस बनाठरख?
इसक लिठआपको कषमा करना, करम सवचछ रखना और अपन जीवन म शाति और आजादी की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ पदा करना सीखना होगा। कॉनशियस लिविग की शिकषिका डान जमस, अपनी शिकषा को साà¤à¤¾ करत हठआपको à¤à¤• वयावहारिक ढाचा परदान करती ह जिस आप परति दिन लाग कर सकत ह ताकि आप सवय की à¤à¤• उचचतम आवति की अà¤à¤¿à¤µà¤¯à¤•à¤¤à¤¿ को परापत कर सक। (उनकी तरयी म किताब 3)
डान जमस क बार म
उसन जीवन जिया, वह मर गई, वह जागत हई!
डान जमस न 2003 म रज योर वाइबरशन की सथापना की, जब इनह à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ हआ कि हम à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• पराणी मातर नही ह, हम आधयातमिक पराणी ह जिनह सà¤à¥€ जीवो क साथ सामजसय बनात हठखश और सवसथ रहन क लिठबनाया गया ह।
"जस ही महर टटती ह, परदा ऊपर उठता ह, और à¤à¤°à¤® धधला जाता ह, तब यह à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ होता ह कि हम रचनातमक, बदधिमान, परमपरण, दिवय पराणी ह जो यहा सिखान, सीखन, दन और पयार करन क लिठह।" ~ डान जमस
2003 स, सशरी जमस न औरो को खद की चतना बढाना à¤à¤µ समà¤à¤¨à¤¾ सिखाया तथा सपरण सवासथय व सहतमद रहन का आनद लन क लिठवयकतिगत आवतति को बढान की शिकषा परदान करन म अपन जीवन को समरपित किया। https://raisethevibration.ca
Information
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Item not Available
- Format:Paperback / softback
- Pages:86 pages, Illustrations, black and white
- Publisher:Publish and Promote
- Publication Date:11/01/2019
- Category:
- ISBN:9781999556402
Other Formats
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- Paperback / softback from £10.89
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Item not Available
- Format:Paperback / softback
- Pages:86 pages, Illustrations, black and white
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- Publication Date:11/01/2019
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