D.H. Lawrence Ki Lokpriya Kahaniyan Paperback / softback
by D.H. Lawrence
Paperback / softback
Description
'डी. à¤à¤š. लॉरस की लोकपरिय कहानिया' साहितय क विविध रस समट हठह। इस कहानी-सकलन म उनक इस वशिषटय को परखा जा सकता ह। à¤à¤¾à¤—य और वà¤à¤µ की लोलपता मनषय को किस तरासदी तक ल जाती ह, इसका साकषय 'काठका अनाम घोडा' कहानी ह। उनकी चरचित कहानी 'अतरधवनि' सतरी-परष क मानवीय सबध क सदरठम धारमिक अवधारणा क सापकष सहज सवाततरय को वरीयता दती ह। 'वन मानष' कहानी आज à¤à¥€ परष क आदिमानव जसी पाशविकता वाल सवà¤à¤¾à¤µ की ओर सकत करती ह। लॉरस की कहानिया मनोविजञान और दारशनिकता का कलवर लिय जिस तरह पाठक तक सहजता स पहचती ह, वह विरल ह। पतालीस वरष स à¤à¥€ छोट जीवन म उनहोन साहितय-जगत को जो दिया, वह विपल तो ह ही, गणातमक सतर पर à¤à¥€ अदà¤à¤¤ कहा जाता ह।
Information
-
Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:176 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:01/12/2022
- Category:
- ISBN:9789355212115
Information
-
Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:176 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:01/12/2022
- Category:
- ISBN:9789355212115