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Mahabharat Ke Amar Paatra - Mahaveer Ashwatthama (??????? ? ??? ???? - ?????? ????&#2, Undefined Book

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Description

महाभारत ऐसा महाकावय ह जो कि हिनद धरम का आधार ह। महाभारत महाकावय शरी गणश क हाथो स लिखा गया था। इस वदवयास न बोला था। महाभारत म कौरवो और पाडवो क बीच राजय परापति क लिए यदध हआ था। इस यदध म कौरवो की तरफ स गर शरी दरोणाचारय न भाग लिया था। दरोणाचारय क पतर अशवतथामा न भी कौरवो की तरफ स यदध लडा था। अशवतथामा एक महान योदधा था। अशवतथामा, महाभारत क महान योदधाओ म स एक था। जो सरवशरषठ धनरधारी कहलाता था। लकिन अशवतथामा न य गलती की कि उनहोन कौरवो का साथ दिया, कयोकि उनक पिता दरोणाचारय न भी कौरवो का साथ दिया था। दरोणाचारय न य सोचकर कौरवो का साथ दिया था कि राजय स निषठा रखत हए व राजय क खिलाफ लड नही सकत थ। यदध क समय उनह किसी भी कौरव या अनय योदधा की जररत नही थी। दरोणाचारय और अशवतथामा ही एक समय पाडवो की सना पर भारी पड रह थ। तब भगवान शरी कषण को यततिफ आई, उनहोन सोचा कि कयो न गरदव को बल स नही छल स पराजित किया जाए।

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