School Debate Book Paperback / softback
by R. Shankar
Paperback / softback
Description
आमतौर पर सà¤à¥€ सकलो म वाद-विवाद परतियोगिताओ का आयोजन किया जाता ह। इस परतियोगिता म à¤à¤• दल क सदसय चयनित विषय क पकष म विचार परसतत करत ह और दसर दल क सदसय विरोध म। इस परकार à¤à¤• क बाद à¤à¤• सदसय à¤à¤•-दसर क विचारो की तब तक काट परसतत करत जात ह, जब तक सà¤à¥€ सदसय नही बोल चकत। अत म अधयकषीय à¤à¤¾à¤·à¤£ होता ह, जिसम दोनो पकषो क विचारो का निचोड पश किया जाता ह। वाद-विवाद परतियोगिताओ स विदयारथियो की à¤à¤¾à¤·à¤£ दन की कला म निखार आता ह तथा उनकी तारकिक शकति परबल होती ह। उनम विरोधियो की कट बात सनन की सहिषणता à¤à¥€ बढती ह। साथ ही विचारशकति इतनी परखर हो जाती ह कि आग चलकर जीवन की कठिन समसयाओ स जà¤à¤¨à¤¾ आसान हो जाता ह। वाद-विवाद परतियोगिताओ स मसतिषक का विकास होता ह, à¤à¤¿à¤à¤• खलती ह और सबस बडी बात, इसम à¤à¤¾à¤— लकर विदयारथियो को यह अचछी तरह समठम आ जाता ह कि जो वयकति हमार विचारो स सहमत नही ह, उसकी राय का à¤à¥€ महततव ह।
वाद-विवाद परतियोगिताओ म à¤à¤¾à¤— लनवाल परतिà¤à¤¾à¤—ियो हत à¤à¤• आवशयक पसतक।
Information
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Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:200 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:01/12/2022
- ISBN:9789355212801
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- Format:Paperback / softback
- Pages:200 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:01/12/2022
- ISBN:9789355212801