RAM Prasad Bismil Ko Phansi V Mahavir Singh Ka Balidan Book
by Malvender Jit Singh Waraich, Sitaram Bansal, Tr Ramesh Kumar
Book
Description
राम परसाद बिसमिल को फासी व महावीर सिह का बलिदान शताबदियो की पराधीनता क बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤ क कषितिज पर सवततरता का जो सरय चमका, वह अपरतिम था। इस सरय की लालिमा म उन असखय दशà¤à¤•à¤¤à¥‹ का लह à¤à¥€ शामिल था, जिनहोन अपना सरवसव करानति की बलिवदी पर नयोछावर कर दिया। इन दशà¤à¤•à¤¤à¥‹ म रामपरसाद बिसमिल का नाम अगरगणय ह। सगठनकरता, शायर और करानतिकारी क रप म बिसमिल का योगदान अतलनीय ह। 'काकोरी कस' म बिसमिल को दोषी पाकर फिरगियो न उनह फासी पर चढा दिया था। इस परकरण का दसतावजी विवरण परसतत पसतक को खास बनाता ह। शहीद महावीर सिह साहस व समरपण की परतिमरति थ। ततकालीन अनक करानतिकारियो स उनक हारदिक समबनध थ। इनका बलिदान à¤à¤¸à¥€ गाथा ह, जिस कोई à¤à¥€ दशà¤à¤•à¤¤ नागरिक गरव स बार-बार पढना चाहगा। पसतक पढत समय रामपरसाद बिसमिल की य पकतिया मन म गजती रहती हद सरफरोशी की तमनना अब हमार दिल म ह, दखना ह जोर कितना बाजघठकातिल म ह। à¤à¤• सगरहणीय पसतक।.
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:287 pages
- Publisher:Rajkamal Prakashan Pvt. Ltd
- Publication Date:01/01/2009
- Category:
- ISBN:9788126724017
Information
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Out of stock
- Format:Book
- Pages:287 pages
- Publisher:Rajkamal Prakashan Pvt. Ltd
- Publication Date:01/01/2009
- Category:
- ISBN:9788126724017