![Dayanand Pandey Ke 3 Charcheet Upanyas, Paperback / softback Book Dayanand Pandey Ke 3 Charcheet Upanyas, Paperback / softback Book](http://hive.dmmserver.com/media/640/97893904/9789390410453.jpg)
Dayanand Pandey Ke 3 Charcheet Upanyas Paperback / softback
by Dayanand Pandey
Paperback / softback
Description
सहजता ही दयानद पाडय क उपनयासो की शकति ह। उन क उपनयासो म वयौर बहत मिलत ह। à¤à¤¸à¤¾ लगता ह, जीवन को यथासà¤à¤µ विसतार म दखन की à¤à¤• रचनातमक जिद à¤à¥€ उन क उपनयासकार का सवà¤à¤¾à¤µ ह। इस शकति और सवà¤à¤¾à¤µ का परिचय दत उन क यह तीन उपनयास इस म पढ जा सकत ह। इन तीनो उपनयासो म समकालीन समाज क कछ à¤à¤¸ बिब ह जिनम 'अपरतयाशित जीवन' की अनक छविया à¤à¤¿à¤²à¤®à¤¿à¤²à¤¾à¤¤à¥€ ह। 'सतरी' दयानद पाडय क उपनयासोक मखय सरोकारो म स à¤à¤• ह। मनना जलदी आना , मजरिम चाद और मतरयी की मशकिल और इन क चरितर जीवन का अनसरण करत ह। किसी घोषित आदोलन का नही। हो सकता ह किसी पाठक-आलोचक को इन कहानियो और चरितरो म बौदधिक मारकाट या सदधातिक सघरष ऊपरी सतह पर तरता न दिख, फिर à¤à¥€ शीरषक लगा कर निषकरष दन क सथान पर य रचनाठजीवन को समसत विचलनो क साथ सामन लाती ह।मनà¥à¤¨à¤¾ जलà¥à¤¦à¥€ आना à¤à¤¾à¤°à¤¤, बांगलादेश और पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£ में छटपटाते जाने कितने हिंदà¥à¤“ं-मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के दà¥à¤–ों का बयान है। अबà¥à¤¦à¥à¤² मनà¥à¤¨à¤¾à¤¨ और उन के परिवार की कहानी में जाति, धरà¥à¤®, सियासत के कई समकालीन धबà¥à¤¬à¥‡ à¤à¥€ दिखते हैं। सहज विवेक से दयानंद पांडेय ने इस कहानी को 'सांपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾' से बचा लिया है। लेखक ने à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ के रूप में तोते का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया है, जो तोताचशà¥à¤® जमाने को देखते हà¥à¤ à¤à¤• नया अरà¥à¤¥ à¤à¥€ दे सकता है।दयानंद पांडेय का à¤à¤• और उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ मà¥à¤œà¤°à¤¿à¤® चांद à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨, पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ और समाज की à¤à¤• रोचक कहानी है। मà¥à¤œà¤°à¤¿à¤® चांद में à¤à¤• राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² हैं और अà¤à¤¿à¤¨à¥‡à¤¤à¤¾ दिलीप कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¥€ । किस तरह à¤à¤• छोटी सी 'तà¥à¤°à¥à¤Ÿà¤¿' के बाद पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° राजीव का उतà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¼à¤¨ होता है और कैसे विशिषà¥à¤Ÿ के सामने सामानà¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ उचà¥à¤›à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ बन कर रह जाता है, इसे किसà¥à¤¸à¤¾à¤—ोई के अंदाज में लेखक ने रेखांकित किया
Information
-
Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:140 pages
- Publisher:Jvp Publication Pvt Ltd
- Publication Date:27/04/2021
- Category:
- ISBN:9789390410453
Information
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Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:140 pages
- Publisher:Jvp Publication Pvt Ltd
- Publication Date:27/04/2021
- Category:
- ISBN:9789390410453