Kamre Aur Anya Kahaniyan Book
by Olga Tokarczuk, Tr Maria Puri
Book
Description
इस सगरह म तीन कहानिया सकलित ह-'अलमारी', 'कमर' और 'ऊपरवाल का हाथ'। तीनो कहानिया अपन पातरो क रहसयमय आनतरिक मनोजगत का दिलकश उदघाटन करती ह। अपन लिठà¤à¤• सरकषित जगह तलाश करन की मनषय की आदिम इचछा का वरणन 'अलमारी' म बहद खबसरती क साथ किया गया ह। वही 'कमर' कहानी म à¤à¤• होटल क विà¤à¤¿à¤¨à¤¨ कमरो क बहान इसानी जीवन क सयाह-सफद को बहत दिलचसप ढग स रखाकित किया गया ह। 'ऊपरवाल का हाथ' म कमपयटर का माहिर नायक मनषय और सà¤à¤¯à¤¤à¤¾ की कछ नियतिबदध अपरिहारयताओ की तरफ इशारा करता ह। अतयनत पठनीय कहानिया। राजकमल परकाशन समह की अनमति स यह पसतक का अश परकाशित किया गया ह. à¤à¤¸à¥€ गदगी कवल बचच छोड सकत ह: आधा छिला हआ सतरा बिसतर पर, मगो म रस, पाव क नीच दबा हआ टथपसट कालीन पर। सजाठहठकागज क टकड, महगी दकानो स खरीद हठकपडो की कीमतो क परच, तकिय ठस हठअलमारी क अदर, टटी हई होटल की पसिल, सटकस का सामान उलटाया हआ आरामकरसी पर, पोसटकारड जिसम पत क अलावा कछ à¤à¥€ लिखा नही, चलता हआ टी.वी., ऊपर किय हठपरद, à¤.सी. पर सखत हठमोज और कचछ, छितर हठसिगरट, राखदानी à¤à¤°à¥€ हई तरबज क बीजो स। कमरा, जिसम अमरिका क लोग रहत ह हासयोतपादक होता ह, उसकी सजीदगी खतम कर दी गई होती ह, सब कछ उसस दोसती बनान क बहान स। इसी तरह गलाबी और हलक पील, खबसरत कमरा न. 223 की बइजजती की गई ह। लगता ह कि à¤à¤• अधड उमर क सजजन को विदषक क कपड पहनाय गठहो। -इसी पसतक स राजकमल परकाशन समह की अनमति स यह पसतक का अश परकाशित किया गया ह.
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:55 pages
- Publisher:Rajkamal Prakashan Pvt. Ltd
- Publication Date:01/01/2003
- Category:
- ISBN:9788126726318
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:55 pages
- Publisher:Rajkamal Prakashan Pvt. Ltd
- Publication Date:01/01/2003
- Category:
- ISBN:9788126726318