Please note: In order to keep Hive up to date and provide users with the best features, we are no longer able to fully support Internet Explorer. The site is still available to you, however some sections of the site may appear broken. We would encourage you to move to a more modern browser like Firefox, Edge or Chrome in order to experience the site fully.

Desi Manager (देसी मैनेजर), Paperback / softback Book

Desi Manager (देसी मैनेजर) Paperback / softback

Paperback / softback

Description

करोडपति - अरबपति बनान क लिए समिनार, पसतको और फिलमो की भरमार ह! मझ खशी ह कि इनक बीच एक अचछा मनजर बन पान क लिए पसतक आ गई ह। दसी मनजर बनान क साथ-साथ यह पसतक, वयकति, समाज और दश की आवशयकता भी परी करती ह।<br>पसतक न ऐस अनक विषयो को परसतत किया ह जो किसी भी वयकति क जीवन को सफल बना सकत ह जस 'विरोध कब तक किया जाए?' 'नौकरी म नखरा नही!' 'जो भी टीम म आ गया वही शरषठ ह उसस सरवशरषठ कस निकाला जाय?' 'बिना घमड अपन काम को वरिषठ अधिकारी क सामन लाना' आदि साधारण स वाकय मन को झकझोर कर परवागरह नषट कर दत ह।<br>'दसी मनजर' क बिना भारत विशव क अगरणीय आरथिक दशो म सथायी सथान नही बना ह। यह आज क समय की माग ह और जब तक मनजरो की माग रहगी तब तक पसतक की आवशयकता रहगी।

Information

£9.99

 
Free Home Delivery

on all orders

 
Pick up orders

from local bookshops

Information