Handbook of Acupressure Paperback / softback
by A.K. Saxena, Preeti Pai
Paperback / softback
Description
à¤à¤•à¤¯à¤ªà¤°à¤¶à¤° थरपी की सबस खबसरत बात यह ह कि इसम दवाओ की कोई à¤à¤®à¤¿à¤•à¤¾ नही होती और न ही इसका शरीर पर कोई दषपरà¤à¤¾à¤µ होता ह। इसक अलावा इसम किसी परकार की चीरफाड नही करनी पडती, न ही डॉकटर की जररत होती ह और यह गरपारपरिक ह।इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लेखकों ने केस सà¥à¤Ÿà¤¡à¥€ के जरिठबीमारियों के बारे में समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ तथा बताया है। इनमें à¤à¥€ कà¥à¤› à¤à¤¸à¥€ बीमारियाठथीं, जो काफी लंबे समय से जड़ें जमाठबैठी थीं। à¤à¤¸à¥‡ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² मामलों का उपचार करते हà¥à¤ लेखकों को à¤à¥€ यह पकà¥à¤•à¤¾ à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ नहीं था कि इसका परिणाम कà¥à¤¯à¤¾ निकलेगा! इन केस सà¥à¤Ÿà¤¡à¥€ को साà¤à¤¾ करने का लेखकों का मकसद अनà¥à¤¯ थेरैपिसà¥à¤Ÿ के साथ अपने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ को साà¤à¤¾ करना, साथ ही उन छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ अपने अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ को बाà¤à¤Ÿà¤¨à¤¾ है, जो à¤à¤•à¥à¤¯à¥‚पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ कर रहे हैं। सबसे अधिक संतà¥à¤·à¥à¤Ÿ करने की बात यह है कि लेखकों ने à¤à¤• पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ के दूसरी पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ पर पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¥à¤µ की वकालत करने की बजाय सहपà¥à¤°à¤¬à¤‚धन के महतà¥à¤¤à¥à¤µ पर जोर दिया है।यह कहने की जरूरत नहीं है कि यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• à¤à¤•à¥à¤¯à¥‚पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान देगी और पाठकों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सराही जाà¤à¤—ी।
Information
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Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:256 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:01/12/2021
- Category:
- ISBN:9789390315970
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- Hardback from £26.35
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- Format:Paperback / softback
- Pages:256 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:01/12/2021
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