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Samriddha Jeevan Kaise Jiye, Paperback / softback Book

Samriddha Jeevan Kaise Jiye Paperback / softback

Paperback / softback

Description

जीवन म हमार साथ जो होता ह वह 10 परतिशत ही महतवपरण ह, जबकि उस पर हमारी परतिकरिया 90 परतिशत मायन रखती ह. हमार नजरिय की बागडोर हमार हाथो म रहती ह.इस पसतक म डल कारनगी हम सलाह दत ह कि हम अपन वयकतितव क महतवपरण गणो को अपनाकर जयादा सतषटिदायक व सखी जीवन कस जी सकत ह :आत्म-विश्वासउत्साहलक्ष्य निर्धारित करने और हासिल करने की योग्यतासकारात्मक नज़रियासाहसविपत्तियों से उबरने की क्षमता हममें से ज़्यादातर लोग एक-तिहाई ज़िन्दगी सोने में बिताते हैं, और कम से कम एक-तिहाई अपने करियर या अपने परिवार की देख-रेख करने में बिताते हैं. बचे हुए समय में हम मनोरंजन, सांस्कृतिक या धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं या बस समय बर्बाद करते हैं. बहुत सारे लोग नीरस जीवन जीते हैं, असंतोषजनक काम-धंधा करते हैं और अपना खली समय निरर्थक गतिविधियों में व्यर्थ गँवा देते हैं. यह पुस्तक बताती है कि हम कैसे इस जाल में फँस जाते हैं और समस्याओं से उबार कर एक बेहतर, उपयोगी तथा ज़्यादा संतुष्टिदायक जीवन की और किस प्रकार बढ़ सकते हैं.

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