Devi Devtaon Ke Rahasya Book
by Devdutt Pattanaik
Book
Description
हिद दवी-दवताओ क नयनाà¤à¤¿à¤°à¤¾à¤® और सदर चितर à¤à¤•à¤¤à¥‹ को अपनी ओर आकरषित करत ह तथा उनम आसथा à¤à¤µ à¤à¤•à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤µ की अजसर धारा परवाहित कर दत ह। पर कम ही लोग इन चितरो म परदरशित विà¤à¤¿à¤¨à¤¨ सवरपो क बार म जञान रखत ह।पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• हिंदू कलेंडर कला के इन चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के रहसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¨à¥‡ का à¤à¤• सà¥à¤‚दर पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है। इसमें बताया गया है- गणेश सà¤à¥€ बाधाओं को दूर करनेवाले देवता हैं। शेर पर सवार चामà¥à¤‚डा पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ पर अपने पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¥à¤µ का संकेत करती है। अपनी हथेली को उठाकर देवी अपने à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ से कहती हैं कि डरने की जरूरत नहीं है। गणेश का à¤à¤• टूटा हà¥à¤† दाà¤à¤¤ संयम का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है। à¤à¥‚-देवी, यानी गाय के रूप में पृथà¥à¤µà¥€ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ का दूसरा रूप है।हिंदà¥à¤“ं की आसà¥à¤¥à¤¾ के केंदà¥à¤°à¤¬à¤¿à¤‚दॠदेवी-देवताओं के चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से धारà¥à¤®à¤¿à¤• नवजागरण का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ करती à¤à¤• पठनीय पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥¤
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:192 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:12/08/2014
- Category:
- ISBN:9789350487891
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Out of stock
- Format:Book
- Pages:192 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:12/08/2014
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- ISBN:9789350487891