Please note: In order to keep Hive up to date and provide users with the best features, we are no longer able to fully support Internet Explorer. The site is still available to you, however some sections of the site may appear broken. We would encourage you to move to a more modern browser like Firefox, Edge or Chrome in order to experience the site fully.

Falon Aur Sabziyon Se Chikitsa, Book Book

Falon Aur Sabziyon Se Chikitsa Book

Book

Description

विशव की अधिकाश चिकितसा पदधतियो-आयरवद, यनानी, होमयोपथी, तिबबती, एलोपथी आदि-म अनक परकार की वनसपतियो, यानी फलो-सबजियो एव उनक अवयवो आदि का उपयोग ही अधिक होता ह। आयरवदिक चिकितसा म सबस मखय बात यह होती ह कि इसम उपयकत दवाओ म रोग क मारक गण कम और शोधक अधिक होत ह। इनक उपचार स रोग दबता नही ह, बलकि हमशा क लिए जड स समापत हो जाता ह।वैसे तो क्या गरीब, क्या अमीर-सभी लोग फलों एवं सब्जियों का उपयोग अपनी सामर्थ्य के अनुसार करते ही हैं; लेकिन इनका उपयोग यदि चिकित्सा की दृष्टि से किया जाए तो अनेक छोटे-बड़े रोगों से छुटकारा मिल सकता है। फल एवं सब्जियाँ स्वास्थ्य की रक्षक हैं।प्रस्तुत पुस्तक में सर्वसुलभ फलों एवं सब्जियों से अनेक रोगों की चिकित्सा में इनका उपयोग बड़ी सीधी-सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है। उपयोगिता की दृष्टि से यह पुस्तक प्रत्येक गृहस्थ, आयुर्वैदिक चिकित्सक एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए पठनीय एवं संग्रहणीय है।

Information

Other Formats

£9.99

 
Free Home Delivery

on all orders

 
Pick up orders

from local bookshops

Information