Please note: In order to keep Hive up to date and provide users with the best features, we are no longer able to fully support Internet Explorer. The site is still available to you, however some sections of the site may appear broken. We would encourage you to move to a more modern browser like Firefox, Edge or Chrome in order to experience the site fully.

द न्यू मैकियावेली : The New Machiavelli, Hindi edition, Paperback / softback Book

द न्यू मैकियावेली : The New Machiavelli, Hindi edition Paperback / softback

Paperback / softback

Description

जब स म इस जगह पर आया ह, म बहत बचन ह, मन अपनी कलपनाओ को बकार की किताबो की शरआत म बरबाद कर दिया ह। जीवन जीन क एक नए तरीक स दो और चालीस पर बहत आसानी स नही बसता ह, और मन अपन आप को जीवन क उन तीख हितो क साथ पाया ह जिनह मन अभी भी छोड दिया ह, मर सिर म बघर मधमकखियो क झड की तरह गज रहा ह। मरा मन भरमित विरोध और औचितय स भरा रहा ह। किसी भी मामल म मझ बताई गई जटिल बात को वयकत करन म काफी कठिनाइया मिलनी चाहिए थी, लकिन इसन मरी मसीबत म बहत इजाफा कर दिया ह कि मर पास एक बहत अचछा एनालॉग ह, कि एक निशचित निकोलो मकियावली न राजनीति म बहत कम उमर म गिर करन की कोशिश की म उनक मन की बचनी को दर करन क लिए एक पसतक पर पहच गया, और बहत कछ वसा ही लिखा, जसा म करना चाहता था। उनहोन वयकतिगत चरितर और कमजोरियो क लिए राजनीति म महान रचनातमक भावना क सबध क बार म लिखा था, और अब तक उनकी उपलबधि मर इराद की राह म एक गहरी कट की तरह ह। इसन मझ बहत भटका दिया ह। अब कई हफतो की बात ह - पहाडो म कछ लबी डराइव दवारा वासतव म विविधतापरण।


Information

£11.99

 
Free Home Delivery

on all orders

 
Pick up orders

from local bookshops

Information