Teesara Kinara Tatha Anya Kahaniyan Hardback
by Himanshu Joshi
Hardback
Description
परसिदध कथाकार हिमाश जोशी की कहानियो म आम आदमी का सतत सघरष ही नही, आज क समाज का सजीव परतिबिब à¤à¥€ ह। इसलिठउनकी कहानिया मातर कहानिया ही नही, अपन समय का à¤à¤• परामाणिक दसतावज à¤à¥€ बन गई ह।अनेक धरातलों पर लिखी गई इन विविध रंगी, बहà¥à¤†à¤¯à¤¾à¤®à¥€ कहानियों में गहन मानवीय संवेदनाओं के साथ-साथ à¤à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿ à¤à¥€ है, अपना à¤à¤• अलग दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ à¤à¥€à¥¤ इतने सरल, सहज ढंग से इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चितà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया गया है कि ये कहानियाठचलचितà¥à¤° के चलते-फिरते, बोलते दृशà¥à¤¯ सी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होती हैं।बनावट और बà¥à¤¨à¤¾à¤µà¤Ÿ का अपना à¤à¤• अलग महतà¥à¤¤à¥à¤µ होता है, किंतॠबनावट और बिना बà¥à¤¨à¤¾à¤µà¤Ÿ के सहज शैली में लिखी इन रचनाओं का अपना विशिषà¥à¤Ÿ सौंदरà¥à¤¯ है। शायद यही सौंदरà¥à¤¯à¤°à¤¹à¤¿à¤¤ सहज सौंदरà¥à¤¯ इन रचनाओं को à¤à¤• नया आयाम देने में सफल रहा है। कहानी कहानी होते हà¥à¤ à¤à¥€ कà¤à¥€ कहानी नहीं, सच लगे-इससे बड़ी खूबी और कà¥à¤¯à¤¾ हो सकती है-यही इन रचनाओं की उपलबà¥à¤§à¤¿ है।हिमांशॠजोशी ने कहानी लेखन में पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— à¤à¥€ कम नहीं किà¤à¥¤ अनजाने पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ में कथा-ततà¥à¤¤à¥à¤µ को खोज निकालना उनका सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ है। हिमांशॠजोशी का यह कहानीसंगà¥à¤°à¤¹ अदà¥à¤à¥à¤¤ वैविधà¥à¤¯ लिये है। इतनी विविधता हिंदी कहानी-संगà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ में कम देखने को मिलती है।
Information
-
Out of stock
- Format:Hardback
- Pages:192 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:01/12/2019
- Category:
- ISBN:9789353224653
Information
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Out of stock
- Format:Hardback
- Pages:192 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:01/12/2019
- Category:
- ISBN:9789353224653