Main Khalil Gibran Bol Raha Hoon Book
by Mahesh Sharma
Book
Description
ससार क शरषठचितको म अगरणी खलील जिबरान क कथन मखयतः दनिक जीवन म सदश जस ह, अतः व हमार जीवन को छतस महसस होत ह। उनकी सकतिया सीध मरम को परà¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करती ह।खलील जिबà¥à¤°à¤¾à¤¨ का मानना है कि आदमी का आकलन उसके करà¥à¤® तय करते हैं। लेबनान में 6 जनवरी, 1883 को जनमे खलील सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ से विनमà¥à¤°, मौनपà¥à¤°à¤¿à¤¯, à¤à¤¾à¤µà¥à¤•, अचà¥à¤›à¥‡ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾, सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ अधिकारों के पकà¥à¤·à¤§à¤° और सकारातà¥à¤®à¤• आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤• रहे। उनके लेखन में मà¥à¤¸à¤²à¤¿à¤®, सूफी, बहाई, हिंदू, बौदà¥à¤§ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• दरà¥à¤¶à¤¨ के साथसाथ ईसा मसीह, बà¥à¤²à¥‡à¤•, नीतà¥à¤¸à¥‡, यीटà¥à¤¸, वà¥à¤¹à¤¿à¤Ÿà¤®à¥ˆà¤¨, इमरसन और उनके समकालीन चिंतकविचारकों के विचारों का संगम देखने को मिलता है। उनके कथन à¤à¤µà¤‚ सूकà¥à¤¤ वाकà¥à¤¯ अनà¥à¤•à¤°à¤£à¥€à¤¯ हैं, जो हमारे जीवनदरà¥à¤¶à¤¨ को गहरे पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करते हैं।
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:128 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:12/08/2015
- Category:
- ISBN:9789383111879
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Out of stock
- Format:Book
- Pages:128 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:12/08/2015
- Category:
- ISBN:9789383111879