Maa (???) Paperback / softback
by Maxim Gorky
Paperback / softback
Description
''हम करानतिकारी ह और उस समय तक करानतिकारी रहग जब तक इस दनिया म यह हालत रहगी कि कछ लोग सिरफ हकम दत ह और कछ लोग सिरफ काम करत ह। हम उस समाज क खिलाफ ह जिनक हितो की रकषा करन की आप जज लोगो को आजञा दी गयी ह। हम उसक कटटर दशमन ह और आपक à¤à¥€ और जब तक इस लडाई म हमारी जीत न हो जाय, हमारी और आपकी कोई सलह ममकिन नही ह। और हम मजदरो की जीत यकीनी ह!* आपक मालिक उतन ताकतवर नही ह जितना कि व अपन आपको समà¤à¤¤ ह। यही समपतति जिस बटोरन और जिसकी रकषा करन क लिठव अपन à¤à¤• इशार पर लाखो लोगो की जान करबान कर दत ह, वही शकति जिसकी बदौलत व हमार ऊपर शासन करत ह, उनक बीच आपसी à¤à¤—डो का कारण बन जाती ह और उनह शारीरिक तथा नतिक रप स नषट कर दती ह। समपतति की रकषा करन क लिठउनह बहत à¤à¤¾à¤°à¥€ कीमत चकानी पडती ह। असल बात तो यह ह कि आप सब लोग, जो हमार मालिक बनत ह हमस जयादा गलाम ह। हमारा तो सिरफ शरीर गलाम ह, लकिन आपकी आतमाय गलाम ह । आपक कध पर आपकी आदतो और परव-धारणाओ का जो जआ रखा ह उस आप उतारकर फक नही सकत। लकिन हमारी आतमा पर कोई बधन नही ह। आप हम जो जहर पिलात रहत ह वह उन जहरमार दवाओ स कही कमजोर होता ह जो आप हमार दिमागो म अपनी मरजी क खिलाफ उडलत रहत ह। हमारी चतना दिन-ब-दिन बढती जा रही ह और सबस अचछ लोग, व सà¤à¥€ लोग जिनकी आतमाय शदध ह हमारी और खिचकर आ रह हय इनम आपक वरग क लोग à¤à¥€ ह। आप ही दखिय-आपक पास कोई à¤à¤¸à¤¾ आदमी नही ह जो आपक वरग क सिदधानतो की रकषा कर सक; आपक व सब तरक खोखल हो चक ह जो आपको इतिहास क नयाय क घातक परहार स बचा सक, आपम नय विचारो को जनम दन की कषमता नही रह गयी ह
Information
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Available to Order - This title is available to order, with delivery expected within 2 weeks
- Format:Paperback / softback
- Pages:336 pages
- Publisher:Diamond Books
- Publication Date:13/04/2021
- Category:
- ISBN:9789390504664
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- Format:Paperback / softback
- Pages:336 pages
- Publisher:Diamond Books
- Publication Date:13/04/2021
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