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Ganit Se Kar Lo Dosti, Paperback / softback Book

Ganit Se Kar Lo Dosti Paperback / softback

Paperback / softback

Description

सवाल ह-या गणित वासतव म अरचिकर ह? शायद नही। यदि ऐसा होता तो गॉस गणित को 'सभी विषयो की रानी' कहकर सबोधित नही करत। रामानजन इसक दीवान नही बनत। गणित क परति अरचि का कारण सीधा ह। बचच इस विषय क साथ जड पान म असमरथ ह, उनह इसकी परण उपयोगिता और महा स अवगत करान की जिममदारी कोई निभा नही रहा ह, नही तो आरयभटट, भासकर, रामानजन की इस धरती पर आज गणित की जय-जयकार हो रही होती।प्रस्तुत पुस्तक में गणित की इसी कठिनाई को दूर करने का एक प्रयास किया गया है। यह पुस्तक वैदिक गणित के सिद्धांतों के साथ-साथ कई ऐसी बातें अपने आप में सँजोए हुए है, जो गणना को सरल करने में कारगर साबित होंगी।इस पुस्तक की सबसे बड़ी खूबी एक अभिनव प्रयोग है, जिससे आप जमा, घटा बाईं ओर तथा दाईं ओर से आसानी से कर पाएँगे। इन सबके लिए आपको किसी सूत्र को याद रखने की आवश्यकता भी नहीं है।पुस्तक की भाषा इतनी सरल है कि आप इसे खुद ही सीखकर आसानी से गणित में दक्षता हासिल कर सकते हैं।

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