Ek Sirphira Khilona Paperback / softback
by Roberto Arlt
Paperback / softback
Description
रोबरतो आरलट लटिन अमरिकन साहितय म उतना ही परतिषठित और उललखनीय सथान रखत ह जितना कि गबरियल गारसिया मारकज और इसाबल अललद। बहत स समीकषक और आलोचक उनक इस पहल उपनयास द मड टॉय को उनकी सबस अचछी रचना मानत ह। खासकर इसलिठकि यह आतमकथातमक होत हठà¤à¥€ à¤à¤• जीवत सामाजिक-राजनीतिक और दारशनिक कथानक ह। अरà¥à¤œà¥‡à¤‚टीना की राजधानी बà¥à¤¯à¥‚नो आयरà¥à¤¸ की अराजक पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि में यह उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¤• किशोर की कहानी बयान करता है जो अमीरों का पैसा लूट कर गरीबों में बाà¤à¤Ÿà¤¨à¥‡ वाला लà¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¤¾ बनने के सपने देखता है। लेकिन असल ज़िनà¥à¤¦à¤—ी में गरीबी, सपनों और महतà¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¤¾à¤“ं की टूटन से जूà¤à¤¤à¥‡ हà¥à¤ उसकी ज़िनà¥à¤¦à¤—ी में चोरी और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ रचनातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ के रूपक बन जाते हैं। कहानी कà¤à¥€ यथारà¥à¤¥à¤µà¤¾à¤¦à¥€ हो जाती है तो कà¤à¥€ जासूसी, रूमानी, आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• और दारà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤• à¤à¥€à¥¤ विशà¥à¤µ साहितà¥à¤¯ की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में बहà¥à¤¤ कम à¤à¤¸à¥‡ उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ हà¥à¤ हैं जो इतने सà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤‚ पर à¤à¤• साथ कहानी को कह रहे हों। हथियारों, लूटमार, चोरी के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ होते हà¥à¤ à¤à¥€ अंततः सिलà¥à¤µà¤¿à¤¯à¥‹ अपने à¤à¤• चोर दोसà¥à¤¤ से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤˜à¤¾à¤¤ करता है, जो उसके अपने नज़रिठसे नायकतà¥à¤µ के बिलकà¥à¤² उलट है। लेकिन यही इस उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ की खूबी है, और इसके नायक की à¤à¥€à¥¤ इस उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ के सà¥à¤ªà¥‡à¤¨à¤¿à¤¶ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में कई संसà¥à¤•à¤°à¤£ छप चà¥à¤•à¥‡ हैं, नाटà¥à¤¯ रूपांतरण à¤à¥€ हो चà¥à¤•à¤¾ है और इस पर फ़िलà¥à¤® à¤à¥€ बन चà¥à¤•à¥€ है।
Information
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Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:192 pages
- Publisher:Rajpal & Sons
- Publication Date:01/12/2018
- Category:
- ISBN:9789386534569
Information
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Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:192 pages
- Publisher:Rajpal & Sons
- Publication Date:01/12/2018
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- ISBN:9789386534569