Leonarado Da Vinchi Book
by Vinod Kumar Mishra
Book
Description
कोई वयकâ€à¤¤à¤¿ à¤à¤• अचछा चितरकार हो सकता ह, वजञानिक हो सकता ह, इजीनियर और गणितजञ हो सकता ह; पर à¤à¤• ही वयकâ€à¤¤à¤¿ उतकषâ€à¤Ÿ चितरकार, अचछा वजञानिक, शरषâ€à¤ इजीनियर, कशल गणितजञ, अदâ€à¤à¤¤ चितक, गजब का वासतविद, योजनाकार, सगीतजञ, वादययतर डिजाइनर आदि सबकछ हो- विशâ€à¤µà¤¾à¤¸ करना कठिन ह, लकिन à¤à¤¸à¤¾ ही à¤à¤• अदâ€à¤à¤¤ वयकâ€à¤¤à¤¿ था-लियोनारडो दा विची।लियोनारà¥à¤¡à¥‹ यà¥à¤¦à¥à¤§ के घोर विरोधी थे, पर विडंबना यह कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हिंसक असà¥â€â€à¤¤à¥à¤°-शसà¥â€â€à¤¤à¥à¤°, यà¥à¤•à¥â€à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤, उपकरण आदि तैयार करने पड़े। परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ इतनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल थीं कि उनके तमाम चितà¥à¤°, मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤, मॉडल आदि अधूरे ही रह गà¤à¥¤ उनके डिजाइन किठहà¥à¤ शहर, नहरें, बाà¤à¤§ आदि कागजों पर ही चिपके रह गà¤à¥¤ बाद के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚, कलाकारों, दारà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपना आदरà¥à¤¶ माना और उनके बनाठसà¥à¤•à¥ˆà¤šà¥‹à¤‚, डिजाइनों, मॉडलों आदि को मूरà¥à¤¤ रूप दिया। उस काल में की गई उनकी कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾à¤à¤-जैसे पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¥€, हेलीकॉपà¥à¤Ÿà¤°, टैंक, सरà¥à¤ªà¤¿à¤² सीड़ियाà¤, साफ-सà¥à¤¥à¤°à¥‡ शहर, अदâ€à¥à¤à¥à¤¤ खिलौने-आज साकार हो चà¥à¤•à¥€ हैं।आजीवन गरीबी और बदहाली à¤à¥‡à¤²à¤¨à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ लियोनारà¥à¤¡à¥‹ की à¤à¤• कूटबदà¥à¤§ नोटबà¥à¤• 'कोडेकà¥à¤¸ लिसेकà¥à¤Ÿà¤°' हाल ही में तीन करोड़ में बिकी। खरीदनेवाले हैं-विशà¥â€à¤µ के सबसे धनी वà¥à¤¯à¤•à¥â€à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ माइकà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥‰à¤«à¥à¤Ÿ के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• बिल गेटà¥à¤¸à¥¤ à¤à¤¸à¤¾ करके बिल गेटà¥à¤¸ ने अपने बचपन के आदरà¥à¤¶ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की।पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• 'लियोनारà¥à¤¡à¥‹ दा विंची' में सà¥à¤§à¥€ पाठक इस अदâ€à¥à¤à¥à¤¤ चरितà¥à¤° के बारे में पढ़कर जहाठआशà¥â€à¤šà¤°à¥à¤¯à¤šà¤•à¤¿à¤¤ होंगे, वहीं जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के अथाह सागर में जी à¤à¤°à¤•à¤° जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का आचमन करेंगे।
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:132 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:22/10/2013
- Category:
- ISBN:9789350483336
Other Formats
- Book from £23.25
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:132 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:22/10/2013
- Category:
- ISBN:9789350483336