Dear Zindagi Book
by Rajesh Gupta
Book
Description
Dear जिदगी-जिदगी का à¤à¤¹à¤¤à¤°à¤¾à¤® करती मरी पहली किताब पश ह आप सबक सामन। इसम जिदगी की दी हई खशियो का जशà¥à¤¨ à¤à¥€ शामिल है और इसके दिठगमों की शि़कायत à¤à¥€à¥¤ अगर इस किताब को चंद अलà¥à¤¼à¤«à¤¾à¥›à¥‹à¤‚ में निचोड़ना हो तो शायद कà¥à¤› यों होगा-यह चंद स़फहों की किताब हैमेरे कà¥à¤› महीनों का हिसाब हैफलस़फे ज़िंदगी के हैं इसमेंये मेरे खà¥à¤¼à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¶à¥‹à¤‚ के खà¥à¤¼à¤µà¤¾à¤¬ हैंगमे तनहाई मिला है इशà¥à¤¼à¤• सेपर यादों का स़फर लाजवाब हैजà¥à¤¦à¤¾à¤ˆ लाज़मी है इस स़फर मेंवकà¥à¤¼à¤¤ को रिशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का जवाब हैमैं नहीं जानता कि मैं कोई शायर हूà¤, कवि हूठया नहीं और इस बात का दावा à¤à¥€ नहीं करना चाहूà¤à¤—ा। मैं तो बस à¤à¤• आम सोच रखने वाला मामूली इंसान हूà¤, जिसे न तो लिखने की सोहबत मिली है, न ही विरासत। इस किताब की रचनाà¤à¤ बस मेरी संवेदनाà¤à¤ हैं, जो खà¥à¤¦-ब-खà¥à¤¦ लफà¥à¥›à¥‹à¤‚ में तबà¥à¤¦à¥€à¤² हो गई हैं। ज़िंदगी के अलग-अलग पहलà¥à¤“ं को मेरी नज़र से देखने की कोशिश मातà¥à¤° है। ज़िंदगी को जो à¤à¥€ थोड़ा- बहà¥à¤¤ देखा, परखा या समà¤à¤¾ है, वही लिखकर आपके समकà¥à¤· पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया है। संà¤à¤µà¤¤à¤ƒ वही संवेदनाà¤à¤ आपको à¤à¥€ छू जाà¤à¤ और आप सà¥à¤µà¤¯à¤‚ से इसको जोड़ पाà¤à¤à¥¤à¤‡à¤¸ किताब के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ से बेहद खà¥à¤¶à¥€ है, आ़िखरकार ये मेरी पहली किताब है, पर साथ-ही-साथ à¤à¤• डर à¤à¥€ सताता है कि कà¥à¤¯à¤¾ यह आपकी उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¥‹à¤‚ की कसौटी पर खरी उतरेगी, पर इस डर से लड़ने के सिवा और कोई उपाय à¤à¥€ नहीं है। उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है, आपको मेरी ये किताब और इसकी रचनाà¤à¤ पसंद आà¤à¤à¥¤
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:176 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:15/07/2017
- Category:
- ISBN:9789386001528
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Out of stock
- Format:Book
- Pages:176 pages
- Publisher:Prabhat Prakashan
- Publication Date:15/07/2017
- Category:
- ISBN:9789386001528