Himuli Heeramani Katha Paperback / softback
by Mrinal Pande
Paperback / softback
Description
हमार दश म किससा, कहानी, जिनदगी और उसक साचो-ढाचो को कहन-सनन की परमपरा बहत पहल स चली आ रही ह। इसी वाचिक परमपरा को किससा गोई क रप म पिरोन-सजोन की à¤à¤• दिलचसप कोशिश हिमली हीरामणि कथा ह। इन किससो म ससकत की परमपरा क उस गलप का आसवाद ह जिसम हमारी परमपरा की अनगज ह। हिमली नामक à¤à¤• सतरी की कथा स इस कथा शरखला की शरआvत होती ह और कथाओ स कथाठजडती चली जाती ह जिसम रहसय à¤à¥€ ह, रोमाच à¤à¥€, परमपरा क सतर à¤à¥€ ह, वरतमान की छविया à¤à¥€ ह और à¤à¤µà¤¿à¤·à¤¯ क सकत à¤à¥€à¥¤ à¤à¤• पराचीन विधा को बिलकल समकालीन बनाकर मणाल पाड की यह परसतति जितनी सामयिक लगती ह उतनी ही पारमपरिक à¤à¥€à¥¤
Information
-
Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:128 pages
- Publisher:Rajpal & Sons
- Publication Date:01/12/2017
- Category:
- ISBN:9789386534125
Information
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Out of stock
- Format:Paperback / softback
- Pages:128 pages
- Publisher:Rajpal & Sons
- Publication Date:01/12/2017
- Category:
- ISBN:9789386534125