Naya Saal Mubarak Tatha Anaya Kahaniyan Book
by Anant Kumar Singh
Book
Description
''à¤à¤¾ ई साहब! वकील साहबान कयो पीट रह ह रिकशाचालक को?'' दसर तमाशबीन स मन पछा।''उनकी इचà¥à¤›à¤¾à¥¤''''रिकà¥à¤¶à¤¾à¤µà¤¾à¤²à¥‡ का कसूर?''''कà¥à¤› नहीं, बस मजबूरी, गरीबी, बीमारी और बà¥à¤¢à¤¼à¤¾à¤ªà¤¾à¥¤''''और इतने लोग तमाशबीन, तà¥à¤® à¤à¥€?''''तà¥à¤® नठलग रहे हो, इस इलाके के लिà¤?''''नहीं, पाà¤à¤š साल से हूà¤à¥¤''''ताजà¥à¤œà¥à¤¬ है, कैसे नहीं जानते?... खैर! इतना जान लो, ये शरीफ लोग जब नशे में धà¥à¤¤ होते हैं तो किसी का शरीर नाप लेते हैं, किसी à¤à¥€ लड़की या महिला से ठिठोली कर लेते हैं और लोग उस तमाशे को फिलà¥à¤® के रोमांचक दृशà¥à¤¯ की तरह देखते हैं; मैं à¤à¥€, जैसे अà¤à¥€,'' उसने खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ किया।''कोई विरोध नहीं करता?''''नहीं, कोई नहीं, जानने वाला तो कतई नहीं। उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€ किसà¥à¤® का अनजान दखल देते ही बलि का बकरा बन जाता है।'' उस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की बात सà¥à¤¨à¤¤à¥‡-सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ मेरी नजर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के दो जवानों पर पड़ी, जो बगल के ठेले से मौसमी का जूस पी रहे थे। à¤à¤Ÿ मैं उनके पास पहà¥à¤à¤š गया।''वहाठदो अपराधी खà¥à¤²à¥‡à¤†à¤® à¤à¤• बूढ़े रिकà¥à¤¶à¥‡à¤µà¤¾à¤²à¥‡ को बà¥à¤°à¥€ तरह पीट रहे हैं और आप लोग इतà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¨ से जूस पी रहे हैं?'' मैंने नसीहत दी।-इसी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• सेसमाज पर हावी असामाजिक ततà¥à¤¤à¥à¤µà¥‹à¤‚ की कारगà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ तथा आम आदमी की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ की पोल खोलनेवाला पठनीयता से à¤à¤°à¤ªà¥‚र रोमांचक उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥¤
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:152 pages
- Publisher:Children Book Temple
- Publication Date:25/06/2017
- Category:
- ISBN:9788193288832
Information
-
Out of stock
- Format:Book
- Pages:152 pages
- Publisher:Children Book Temple
- Publication Date:25/06/2017
- Category:
- ISBN:9788193288832